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संत निरंकारी मिशन द्वारा आयोजित ‘रक्तदान शिविर’ में156 श्रद्धालुओं ने किया रक्तदान


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जीरकपुर: सत्गुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के पावन आशीर्वाद द्वारा ब्रांच जीरकपुर में संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन (संत निरंकारी मिशन का सामाजिक विभाग) द्वारा रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें सन्त निरंकारी मिशन के 156 श्रद्धालु भक्त एवं सेवादारों द्वारा निःस्वार्थ भाव से रक्तदान किया गया। रक्त एकत्रित करने हेतु सिविल अस्पताल मोहाली और पी0जी0आई0 चण्डीगढ के ब्लड बैंक की टीम वहां उपस्थित हुई।

इस शिविर का उद्घाटन आदरणीय श्रीमति जे0 के0 चीमा जी संयोजक मोहाली ने अपने कर कमलों द्वारा किया गया। उन्होंने रक्तदान शिविर में सम्मिलित होने वाले रक्तदाताओं को प्रोत्साहित किया एवं जनकल्याण के लिए की गई उनकी सच्ची सेवा की प्रशंसा भी की। इस अवसर पर उन्होंने कहा संत निरंकारी मिशन द्वारा जनहित की भलाई हेतु समय-समय पर विश्व भर में अनेक सेवाएं की जा रही हैं जिससे समाज का समुचित विकास हो सके; जिनमें मुख्यतः स्वच्छता अभियान, वृक्षारोपण, निःशुल्क चिकित्सा परामर्श केन्द्र, निःशुल्क नेत्र शिविर, प्राकृतिक आपदाओं में ज़रूरतमंदों की सहायता इत्यादिइसके साथ ही महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास के लिएअनेक कल्याणकारी योजनाओं को भी सुचारू रूप से चलाया जा रहा है।इन सभी सेवाओं के लिए मिशन को राज्य सरकारों द्वारा समय-समय पर सराहा एवं सम्मानित भी किया गया है।

इसके अतिरिक्त मास्टर जसवन्त सिंह जी द्वारा रक्तदान शिविर में उपस्थित सभी गणमान्य अतिथियों सहित डॉक्टर एवं उनकी टीम का तथा रक्तदाताओं का हृदय से आभार व्यक्त किया गया। उन्होंने बताया कि मिशन द्वारा प्रथम रक्तदान शिविर का आयोजन दिल्ली में वर्ष 1986 के नवम्बर माह में, वार्षिक निरंकारी सन्त समागम के अवसर पर किया गयाजिसमें बाबा हरदेव सिंह जी ने इस शिविर का उद्घाटन किया औरयह मुहिम मिशन के अनुयायियों द्वारा निरंतर पिछले 36 वर्षो से चलायी जा रही है जिसमें अभी तक 7,263 रक्तदान शिविरों से 12,03,698 युनिट रक्तदान जन कल्याण की भलाई हेतु एकत्रित किया जा चुका है। बाबा हरदेव सिंह जी ने मानवता को यह संदेश दिया कि-‘रक्त नालियों में नहीं नाड़ियों में बहना चाहिए।’ संत निरंकारी मिशन के भक्तजन इस संदेश को चरितार्थ करते हुए दिन रात मानवमात्र की सेवा में तत्पर है और वर्तमानसत्गुरू माता सुदीक्षा जी महाराज के निर्देशानुसार इस मुहिम को निरंतर और आगे बढ़ाया जा रहा है।

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